भीण्डर । कई वर्षो से खस्ताहाल भीण्डर पाणुन्द मार्ग पर बिफरे ग्रामीण
15 दिन में डामरीकरण का कार्य नहीं हुआ प्रारंभ, तो पंचायतीराज चुनाव का होगा बहिष्कार
भींडर-पाणुन्द मार्ग कई सालो से खस्ताहाल है, समस्या को उजागर करने के बाद भी निराशा हाथ लगी है। पाणुन्द वासियों ने एक बार पुनः हुकांर भरते हुए पंचायतीराज चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला निश्चित किया है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10-15 वर्षो से खस्ताहाल भीण्डर पाणुन्द मार्ग के बारे में प्रशासन को बता कर थक चूके है। ग्रामीणों ने हर तरफ से लिखित में प्रशासन को नोटिस कराया है, लेकिन हर बार निराशा ही मिली।
अगर 15 दिनो में भीण्डर पाणुन्द मार्ग खस्ताहाल सड़क का डामरीकरण प्रारंभ नहीं होगां तो ग्रामीण पंचायतीराज चुनाव का बहिष्कार करगें, और मतदान नहीं करेगें। जानकारी के अनुसार भीण्डर-पाणुन्द मार्ग कई सालों से खस्ताहाल है। जिसकी वजह से इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्षो से मार्ग खराब होने के बाद भी प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है।
वहीं भीण्डर तहसील क्षेत्र होने के कारण हर रोज ग्रामीणो का आना जाना रहता है। लेकिन ख़राब सड़क के कारण कोई भीण्डर जाना नहीं चाहता है। सड़क कि स्थिति देखकर व्यापारी व ग्रामीण 20 किमी दुर भीण्डर की जगह करीब 65 किमी दुर उदयपुर जाना पंसद करते हैं। कई बार समस्या बताने पर भी स्थिति जस कि तस है, खस्ताहाल सड़क के कारण हर रोज राहगीर गिरकर चोटील होते रहते हैं।
और वही माह में एक-दो बार गभींर हादसे के कारण मौत भी हो जाती है। जिससें गुस्साए ग्रामीणों का कहना है कि अगर 15 दिन के अंदर भीण्डर पाणुन्द मार्ग खस्ताहाल सड़क पर डामरीकरण का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो इस बार पंचायतीराज चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा और मतदान नहीं करेगें।
बीच राह में ही हो जाते हैं प्रसव-
पाणुन्द से किसी गर्भवती महिलाओं को भीण्डर चिकित्सालय ले जाते समय खस्ताहाल सड़क कि वजह से देरी होती है, जिसकी वजह भीण्डर पाणुन्द मार्ग में बीच राह में ही प्रसव हो जाते हैं। जिससें जच्चा व बच्चा दोनो की जान को खतरा रहता है।
हर रोज 500 से अधिक लोग जाते हैं रोजगार के लिए भीण्डर-
भीण्डर तहसील क्षेत्र होने के साथ क्षेत्र का सबसे बड़ा कस्बा भी है। यह 50 से अधिक गांव को जोड़ता है। और हर रोज इस मार्ग से करीब 500 लोग रोजगार के लिए भीण्डर पलायन करते हैं।
30 मिनट का रास्ता, मगर लगते हैं घंटे -
भीण्डर से पाणुन्द आने-जाने का समय मात्र 30 मिनिट में पुरा होता है। मगर सड़क के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने से करीब एक से डेढ घंटे का समय लगता है। जिसकी वजह से राहगीरो को परेशान होना पड़ रहा है।
इस मुद्दे पर बात की गई तो जनप्रतिनिधियों ने कहा
कई बार पंचायत कि ओर से जनप्रतिनिधि व इस सम्बन्धी अधिकारियों को अवगत कराया है, मगर स्थिति ज्यों की त्यों है।-भंवर सिंह शक्तावत, सरपंच पाणुन्द
10-15 दिनो के अंदर भीण्डर पाणुन्द मार्ग पर डामरीकरण का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो, पंचायतीराज चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। व चक्का जाम कर ऊग्र पदर्शन करेंगे।-भगवतीप्रसाद हिरावत, विधायक प्रतिनिधि, पाणुन्द
पिछले 10 -15 वर्षो से इस मार्ग कि परेशानी आ रही है, प्रशासन को बताकर थक चूके है। 15 दिनो के अन्दर डामरीकरण प्रारंभ नहीं होगां।तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।-मनिष वैद, युवा नेता पाणुन्द
हम वाहन चालक को कोई कहता है कि भीण्डर चलना है। तो सड़क कि स्थिति देखकर हम मना कर देतें है। पर आजीविका के कारण जाना पड़ता है। अगर मार्ग सही नहीं हुआ तो हम सभी वाहन चालक चक्का जाम करेंगे और मतदान नहीं करेंगे।-जगदिश मीणा, लोडिंग वाहन चालक
रिपोर्ट - जयदीप चौबीसा